बिहार मे चलि रहल रजनीतिक अस्थिरताक बीच मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विधान सभा मे बहुमत साबित करवा सं पूर्व त्यागपत्र द देलिन। राजभवन मे राज्यपाल सं भेंट क मुख्यमंत्री मांझी त्याग पत्र देवाक निर्णय लेलनि। अहि सं पहिने भारतीय जनता पार्टी विश्वास मत मे मांझीक समर्थन मे वोट करवाक निर्णय लेने छल। मुदा आंतरिक बात ई छल जे बीजेपीक समर्थनक बादो मुख्यमंत्री मांझी लग ओतेक विधायक नहि छलैन्हि जेकरा बल पर ओ विधान सभा मे बहुमत सिद्ध कऽ सैकताह।
वोटिंग सं पहिने देल गेल त्यागपत्र सं बीजेपीकें एकटा फायदा अवश्य भेंट गेल आब भारतीय जनता पार्टी राज्य मे आम जनता लग जा अहि बात कें प्रखरता सं राखि पाओत की ओ एकटा दलित मुख्यमंत्रीकें संग देवाक पूरजोर कोशिश केलक जेकरा नीतीश कुमार ओ लालू प्रसाद यादव परेशान करैत सत्ता सं भगा देलनि। शह आओर मात खेल मे अहि बेर बीजेपी नीतीश कुमार कें पटखनी दैत अपन पलड़ा अवश्य भारी क लेलक अहि।
जातिगत राजनीति करै वला प्रदेश मे अगर नीतीश कुमार बिहार नव मुख्यमंत्री बनवो करताह त हुनका लेल बाट आसान नहि हैत आ अगिला छह महिना लालू प्रसाद यादव ओ नीतीश कुमार कें दलित, महादलित कें अहि बातक जवाब अवश्ये देबय पड़तैन जे आखिर ओ एकटा दलित मुख्यमंत्री कें कियैक हटेलाह औ सब सं पैघ दलित प्रेमी लालू, नीतीश ओ कि मांझी?
वोटिंग सं पहिने देल गेल त्यागपत्र सं बीजेपीकें एकटा फायदा अवश्य भेंट गेल आब भारतीय जनता पार्टी राज्य मे आम जनता लग जा अहि बात कें प्रखरता सं राखि पाओत की ओ एकटा दलित मुख्यमंत्रीकें संग देवाक पूरजोर कोशिश केलक जेकरा नीतीश कुमार ओ लालू प्रसाद यादव परेशान करैत सत्ता सं भगा देलनि। शह आओर मात खेल मे अहि बेर बीजेपी नीतीश कुमार कें पटखनी दैत अपन पलड़ा अवश्य भारी क लेलक अहि।
जातिगत राजनीति करै वला प्रदेश मे अगर नीतीश कुमार बिहार नव मुख्यमंत्री बनवो करताह त हुनका लेल बाट आसान नहि हैत आ अगिला छह महिना लालू प्रसाद यादव ओ नीतीश कुमार कें दलित, महादलित कें अहि बातक जवाब अवश्ये देबय पड़तैन जे आखिर ओ एकटा दलित मुख्यमंत्री कें कियैक हटेलाह औ सब सं पैघ दलित प्रेमी लालू, नीतीश ओ कि मांझी?
साभार:- मिथिला मिरर