माय जौं तू आई हमरा लग रहिते त तोसर पैर पर ई अनुपम पुष्प अर्पित करितौं मुदा तों पटना मे छै आ हमरा सम्मान पर खुश भ रहल हेवै। ई कहैत-कहैत बाॅलिवुडक ओ टीवीक सिद्धहस्त चेहरा संजय मिश्रक आंखि सं दहोबहो नोर बहय लागल छलैन्हि। मूल रूप सं दरिभंगा जिलाक नारायणपुर सकरी निवासी ‘संजय मिश्र’ कें शनिदिन फिल्म ‘आंखो देखी’क लेल ब्रिटानिया फिल्म फेयर’क बेस्ट क्रिटिक सम्मान सं सम्मानित कैल गेल। सम्मान भेटलाक तुरंत बाद संजय पटना स्थित अपन छोट बहिन आ अपन मायकें फोन पर ई सूचना देलनि। मीडियाक माध्यम सं ई खबैर आवैत संपूर्ण मिथिला मे खुशीक खबैर पसैर गेल। निश्चित रूप सं मैथिलपुत्र कें फिल्म फेयर सन सम्मान भेटव मिथिला-मैथिलीक स्वीकारताक एकटा सार्थक डेग छी। आऊ एक नजैर संजय मिश्रा परिचय ओ पारिवरिक स्थिति ओ फिल्मी सफरनामा पर दी। नाम-संजय मिश्रा, पिताक नाम- स्वं शंभूनाथ मिश्रा, माताक नाम- मीरा मिश्रा, पत्नीक नाम- किरण मिश्रा, पुत्र एवं पुत्री क्रमशः पाल मिश्रा ओ लम्हा मिश्रा, घर-नारायणपुर सकरी, जिला-दरिभंगा, राष्ट्रीय नाट्य संस्थान ‘एनएसडी’ सं उतीर्ण, शैक्षिणीक दृष्टि सं इंटर ओ स्नातक वैशालीक महुआ सं।
संजय मिश्रा पहिल बेर टीवी सीरियल ‘चाणक्य’ मे काज करवाक अवसर भेटल छलैन्हि जेकर बाद संजय सीरियल ‘मोहल्ला मुब्बत वाला’ आओर चर्चित टीवी सीरियल ‘आॅफिस-आॅफिस’क मिश्रा जीक ओहि अभिनय कें शायद कियो बिसरी सकैत अछि। ओहिक बाद संजय मिश्रा शनैः-शनैः बाॅलिवुड दिस अपन डेग बढौला आ किछुये दिन मे एकटा सिद्धहस्त हास्य अभिनेताक रूप मे अपना आप के स्थापित कय लेलनि। साल 1995 मे ‘वोह डार्लिंग ये है इंडिया’ सं फिल्मी सफर शुरू केनिहार अभिनेता ओ निर्देशक आई धैर ‘राजकुमार, सत्या, दिल से, वजूद, जंग, चाल, साहित्या, कुछ तुम कहो कुछ हम कहें, ज़मीन, अम्मा, प्लान, ब्लफमास्टर, टैंगो चार्ली, बंटी और बबली, प्यारे मोहन, टाॅम, डिक एंड हैरी, गोलामल, अपना सपना मनी-मनी, गुरू, अनवर, बांबे टु गोवा, धमाल, वेलकम, हल्ला बोल, रामा रामा क्या है ड्रामा, वन टू थ्री, क्रेजी़ 4, टशन, गाॅड तुस्सी ग्रेट हो, सी कंपनी, रोड साइड रोमियो, गोलमाल रिटनर्स, जुगाड़, आलू चाट, एक द पाॅवर आॅफ वन, संकट सीटी, लव खिचड़ी, आॅल द बेस्ट, मेरी पड़ोसन, थैंक्स मां, हेल्लो डार्लिंग, अतिथि तुम कब जाओग, पप्पू कांट डांस साला, चेस, मार जवान गुड़ खाके, द कैंप, गोलमाल 3, टूनपुर का सुपर हिरो, फंस गया रे ओबामा, उट्ट पटांग, बिल बुलाये बराती, चल मुसद्दी आॅफिस-आॅफिस, जाॅली एलएलबी, आंखो देखी सहित दर्जनो भैर आओर सिनेमा ओ दू दर्जन सं बेसी सीरियल क चुकल छैथ। संजय मिश्रा कें अति उत्कृष्ट उपलब्धिक लेल apanmithila.in एवं संपूर्ण मिथिला दिस सं हार्दिक बधाई आ अग्रिम भविष्यक लेल कोटि सह शुभकामना।
साभार:- मिथिला मिरर
 
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