मिथिला के महान सुपुत्र "ललित नारायण मिश्र " केर जन्म 02 फ़रवरी 1923 के बिहार के सुपौल जिला के बसुपट्टी गाँव (बलुआ) में भेल छलैन्ह ! पिछड़ल मिथिला केर राष्ट्रीय मुख्यधारा के समकक्ष लाबय के हुनकर प्रयास केर बराबरी अखन धरि कियो नहि कअ सकल ! छात्र जीवन में राजनीति में प्रवेश केलक बाद 1945-48 में पटना विश्वविद्यालय स अर्थशास्त्र में एमए केलाह और 1950 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य बनला सअ हुनका राष्ट्रीय पहचान भेटल ! सर्वसम्मति स 1972 में कांग्रेस कार्य समिति केर सदस्य चुनल गेलाह ! अप्पन राजनितिक जीवन काल में संसदीय सचिव, योजना, श्रम आ रोजगार (1957-1960) मंत्रालय आदि में कार्यरत रहला और 1973 सअ 1975 तक भारत के रेलमंत्री छलाह । विदेश व्यापार मंत्री के रूप में , बाढ़ नियंत्रण एवं कोशी योजना में पश्चिमी नहर के निर्माण के लेल नेपाल-भारत समझौता करेलैथ। मिथिला चित्रकला (मधुबनी पेंटिंग) के देश-विदेश में प्रचारित कअ प्रतिष्ठा दियाबय में हुनकर प्रमुख योगदान रहल ! रेल मंत्री केर रूप में मिथिलांचल के 36 रेल योजना के सर्वेक्षण के स्वीकृति देलैथ जाहि में पिछड़ल क्षेत्र झंझारपुर-लौकहा रेललाइन, भपटियाही से फारबिसगंज रेललाइन आदि छल ! आजुक "वैशाली एक्सप्रेस ", 'जयंती जनता' के नाम सअ मिथिला केर गौरवान्वित करैत छल ! अपन मातृभाषा मैथिली सअ हुनकर अगाध प्रेम के परिणाम छल जे 1963-64 में मैथिली केर 'साहित्य अकादमी' में भारतीय भाषा सबहक सूची में सम्मिलित कायल गेल। 3 जनवरी 1975 के समस्तीपुर बम-विस्फोट कांड में हुनकर मृत्यु भ गेलैन्ह                                  
 
Top