दरभंगा सं हवाई सेवा के शुरू होइते दरभंगा महाराज के सपना फेर सं साकार भेल। 53 साल बाद मिथिला के जनता केर सुविधा के लेल सोमदिन विमान उड़ान भड़नाई शुरू कं देलक। फेर सं मिथिला के जनता वर्षों पाहिले के तरह दुबारा लाभांवित होबं लगलाहं। महाराज कामेश्वर सिंह केर दरभंगा एविएशन नामक कंपनी 50क दशक में कोलकात व दरभंगा के बीच विमान सेवा के सुविधा उपलब्ध करेने रहैथ। मुदा, 1962 में महाराज केर निधन के बाद कंपनी बंद भं गेल। कहल तं जाई छै जे हुनकर किछु खाशे लोग कंपनी खत्म कं देलैथ। महाराज द्वारा शुरू विमान सेवा केर उल्लेख 1963 में छपल दरभंगा गजट में साफ तौर पर अंकित अछि। उनका पास कुल सात विमान रहइ। ओहिमे एकटा विमान हुनकर पर्सनल रहइ। देश में कार्गो आ माल वाहक सेवा देवं वला महाराज केर पहली कंपनी छलै।
महाराज केर पर्सनल विमान के भारत सरकार अधिग्रहण कं लेलक। ओकरा आइयो वायू सेना केर संग्राहालय में संरक्षित राखल गेल अछि। शेष विमान के नष्ट होबं के बात कहल जाई अई। हालांकि,अई संबंध में जानकारक अलग-अलग मत अछि।
महाराज केर पर्सनल विमान के भारत सरकार अधिग्रहण कं लेलक। ओकरा आइयो वायू सेना केर संग्राहालय में संरक्षित राखल गेल अछि। शेष विमान के नष्ट होबं के बात कहल जाई अई। हालांकि,अई संबंध में जानकारक अलग-अलग मत अछि।